जब भी कारगिल युद्ध की बात की जाती है तब-तब सेना के एक ऐसे जांबाज का नाम लिया जाता है जिन्होंने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों की धज्जियां उड़ा दी थीं। सेना के इस जांबाज सैनिक का नाम कैप्टन विक्रम बत्रा है। जिन्हें उनके दोस्त और आज जनता आज भी ‘शेरशाह’ के नाम से जानती है। बता दें कि आज शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की 24वीं पुण्यतिथि है। आज ही के दिन 7 जुलाई 1999 को पालमपुर के वीर सिपाही कैप्टन विक्रम बत्रा ने वीरगति प्राप्त की थी।
14 सितंबर 1974 को कांगड़ा जिले के पालमपुर के घुग्गर गांव में जन्में शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा को उनकी सैन्य टुकड़ी शेरशाह के नाम से जानती थी। उनके अदम्य साहस और नेतृत्व प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से भी नवाजा गया था। आज कारगिल युद्ध को सालों बीत चुके हैं लेकिन आज भी इस जाबाज सिपाही की वीरता की कहानियां हमारी रगों में जोश भर देती हैं।