कर्तव्य के पुनीत पथ को
हमने स्वेद से सींचा है,
कभी-कभी अपने अश्रु और—
प्राणों का अर्ध्य भी दिया है।
किंतु, अपनी ध्येय-यात्रा में—
हम कभी रुके नहीं हैं।
किसी चुनौती के सम्मुख
कभी झुके नहीं हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री, “भारत रत्न” श्रद्धेय प0 अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत् शत् नमन