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Dr. Rajeev Bindal
संक्षिप्त परिचय
नाम : डॉ. राजीव बिन्दल
पिता का नाम : स्व. वैद्य बालमुकन्द जी
पता : अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश भाजपा, बिन्दल निवास, विल्ला राऊन्ड, नाहन, जिला सिरमौर हि.प्र.-173001
जन्म तिथि : 12 जनवरी, 1955
जन्म स्थान : सोलन, हिमाचल प्रदेश।
शैक्षणिक योग्यता : जी.ए.एम.एस. (आयुर्वेदाचार्य) Graduate in Ayurvedic Medicine & Surgery
व्यवसाय : सामाजिक व राजनैतिक कार्यकर्ता
सम्पर्क सूत्र : 98168-29999, 01702-222999
(rajeevbindal.hp@gmail.com, mla56nhn@gmail.com)
पिता, स्व. वैद्य बालमुकन्द जी: क्षेत्र के जानेमाने वैद्य एवं समाजसेवी रहेय आयुर्वेद व युनानी-चिकित्सा पद्धति के माध्यम से लाखों रोगियों को लाभ पहुंचाने वाले, अपने समय के श्रेष्ठ चिकित्सक रहे। हिमाचल प्रदेश की दुर्लभ जड़ी बूटियों की खोज की, नए-नए औषधीय उत्पाद तैयार करते हुए समाज एवं आयुर्वेद की सेवा की। 97 वर्ष की आयु तक सक्रिय रहते हुए समाज की निष्काम सेवा की। अनेक सामाजिक व धार्मिक संस्थानों को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई। वर्ष 1945 में सोलन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा प्रारम्भ करने वालों में से एक रहे।
पत्नी, श्रीमती मधु बिन्दल : Msc. Botany Gold Medalist, कुशल गृहणी व सामाजिक कार्यकर्ता।
पुत्र, डॉ. विवेक बिन्दल : MRCS (Glasgow), MS (Surg), DNB (Surg), FNB (Minimal Access Surgery), MNAMS, FIUSSTF, FACS (USA), Director and Head of Department, Institute of Minimal Access, Bariatric & Robotic Surgery, Max Super Speciality Hospitals Vaishali, Patparganj, Noida. Fellowship in Robotic GI and Bariatric Surgery, University of Illinois at Chicago, Ex faculty member, Duke University, USA, Conferred International Scholar Award by American College of Surgeons jn Washington DC, Regent, Clinical Robotic Surgery Association (India), President elect, Society for Surgery of Alimentary Tract (India), Secretary, Association of Robotic Innovative Surgeons, Joint Secretary, Obesity Surgery Society of India, Associate editor, Journal of Bariatric Surgery, Sectional Editor, Journal of Minimal access Surgery, Associate Editor, Journal of Robotic and Innovative Surgeons.
पुत्रवधु, डॉ. उषा बिन्दल : MBBS, MD Professor and Head of Department of Biochemistry, Super Speciality Pediatric Hospital and Post Graduate Training Institute, Noida.
पुत्री, डॉ. स्वाति बिन्दल गान्धी : MBBS, DMRD, DNB (Radiologist) running APEX Diagnostic Center Solan With CT Scan, MRI, Ultra Sound and Lab. Diagnostic Facilities.
दामाद, डॉ. राज कुमार गान्धी : MBBS, DMRD, DNB (Radiologist) running APEX Diagnostic Center Solan With CT Scan, MRI, Ultra Sound and Lab. Diagnostic Facilities.
पांच बड़े भ्राता सहित सभी 6 भाई निजी जीवन के कार्यों के साथ समाज सेवा के विभिन्न कार्यों में लगातार सेवारत हैं। एक बड़ी और दो छोटी बहनें अपने-अपने ससुराल पक्ष में रहते हुए सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रिय हैं।
- श्री राम किशोर बिन्दल जी: सबसे बड़े भाई हैं और सोलन में जनसंघ के प्रारम्भिक समय के सक्रिय कार्यकर्ता रहेय वर्तमान में दिल्ली में रह रहे हैं।
- वैद्य राम कुमार बिन्दल: विगत 50 वर्षों से संघ एवं अनुसंाघिक संगठनों का कार्य निरन्तर करते आ रहे हैं। वर्तमान में विश्व हिन्दु परिषद के प्रदेश कोषाध्यक्ष हैं, सनातन धर्म सभा सोलन के अध्यक्ष हैं, श्रेष्ठ वैद्य के नाते इलाके में इनकी पहचान है।
इनके बड़े पुत्र श्री अरविन्द बिन्दल वनवासी कल्याण आश्रम हिमाचल प्रदेश के पदाधिकारी हैं।
इनके छोटे पुत्र डॉ. विक्रम बिन्दल लघु उद्योग भारती, हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष हैं।
इनके पौत्र आई.पी.एस. अधिकारी हैं। - वैद्य रमेश बिन्दल: भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं एवं समाज सेवक हैं।
इनके पुत्र श्री मनोज बिन्दल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्य में लगे हुए हैं और अपना व्यवसाय करते हैं।
श्री विकास बिन्दल व्यवसाई एवं समाज सेवक हैं। - डॉ. राम अवतार बिन्दल: 45 वर्षों से स्वयं सेवक हैं। संघ के व अन्य संगठनों के अनेक पदो पर कार्यरत रहे। इनका पुत्र व्यवसायी व सामाजिक कार्यकर्ता है और दो बेटियां डॉक्टर हैं और एक बेटी अपना व्यवसाय चलाती है।
- डॉ. रवि बिन्दल: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभिन्न दायित्व तहसील संघ-चालक तक निभाने के बाद वर्तमान में भारत विकास परिषद् का दायित्व निभा रहे हैं। सनातन धर्मसभा कालका के अध्यक्ष हैं। धनवन्तरी नर्सिंग होम के नाम से अपना अस्पताल है। इनका बेटा बहू दोनों स्पैशलिस्ट डॉक्टर हैं। दो बेटियां विशेषज्ञ डॉक्टर हैं।
इनकी पत्नी डॉ. रेणु बिन्दल परवाणू नगर पालिका की उपाध्यक्षा रह चुकी हैं।
डॉ. राजीव बिन्दल का पूरा परिवार राष्ट्रीय स्वयं सेवक व संघ के अनुसांघिक संगठनों एवं सनातन धर्म, आर्य समाज, देव समाज, अग्रवाल सभा, वैश्य सम्मेलन आदि संगठनों के माध्यम से सामाजिक कार्यों में संलग्न है।
डॉ. राजीव बिन्दल प्रेरणा स्त्रोत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ है। बड़े भ्राता की उंगली पकड़ कर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा में पहुंचे एवं स्वयं सेवक बने। आठवीं कक्षा में प्राथमिक शिक्षा वर्ग का प्रशिक्षण प्राप्त कर गटनायक का दायित्व सम्भाला। सन् 1971 में प्रथम वर्ष (First year OTC) व सन् 1972 में द्वितीय वर्ष (Second Year OTC) का प्रशिक्षण प्राप्त किया और संघ के विभिन्न दायित्वों, शाखा कार्यवाह, मण्डल कार्यवाह, नगर कार्यवाह आदि का निर्वहन किया।
श्रीमती इन्दिरा गांधी द्वारा वर्ष 1975 में देश पर आपातकाल थोप दिया गया। एक लाख नेताओं को जेल की काल कोठरी के पीछे धकेल दिया गया। प्रैस की आजादी को समाप्त करते हुए प्रैस पर सैन्सरशिप लगाया गया। समाज में हो रही ज्यादतियों एवं लोकतंत्र विरोधी गतिविधियों का प्रकाशन बंद हो गया था और तानाशाही ने पूरे देश को जकड़ लिया था। ऐसे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेतृत्व में समाज पर हो रही ज्यादतियों एवं तानाशाही के खिलाफ प्रकाशन का जिम्मा एवं प्रकाशित सामग्री के वितरण का काम अपने हाथों में लिया व समाज को तानाशाही के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया। आपातकाल का विरोध करने के कारण हरियाणा के कारनाल जेल में 4 माह से अधिक का कारावास काटा। वर्ष 1977 में आपातकाल हटने पर लोकतांत्रिक युवा मोर्चा के विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया और हरियाणा प्रदेश आयुर्वेद छात्र संघ के अध्यक्ष के नाते आयुर्वेद की प्रगति के लिए प्रयास किया। लोकतन्त्र सेनानी के नाते हरियाणा सरकार द्वारा ताम्र पत्र से सम्मानित किया गया।
सन् 1978 में जी0ए0एम0एस0 (आयुर्वेदाचार्य) की डिग्री हासिल करने के बाद संघ की प्रेरणा से देश के सबसे निर्धन, सर्वाधिक पिछडे़ हुए वनवासी (आदिवासी) क्षेत्र में निष्काम सेवा करने का निर्णय किया।
संघ के प्रचारक के रूप में वनवासी कल्याण आश्रम के मार्गदर्शन एवं तत्वाधान में लगभग 2 वर्ष तक झारखण्ड की “हो ” नामक जनजाति (Tribal) में नि:शुल्क चिकित्सालय, छात्रावास व अन्य सेवा प्रकल्प चला कर उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ने का सफल प्रयास किया। सेवा के इस कालखण्ड में देशद्रोहियों द्वारा अनेक प्रकार के जानलेवा हमले भी किए गए।
सन् 1983 में मां शूलिनी के नगर सोलन में अपने पैत्रिक स्थान पर चिकित्सा कार्य शुरू करते हुए समाज सेवा का निर्वहन किया जहां चिकित्सा के माध्यम से समाज सेवा में उतरे, वही हिमगिरी कल्याण आश्रम (वनवासी कल्याण आश्रम) के नाम से एक संस्था खड़ी की और निर्धन एवं आभावग्रस्त बालकों की सेवा करने वाली इस विलक्षण संस्था के माध्यम से निरन्तर 20 वर्षों तक समाज की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कल्याण आश्रम के संस्थापक, महामन्त्री व बाद में अध्यक्ष के रूप में हिमाचल प्रदेश में कल्याण आश्रम का विस्तार किया। इस दौरान सैंकड़ों बालकों का जीवन श्रेष्ठ बनाने में भूमिका निभाई।
सन् 1995 में पहली बार नगर परिषद सोलन का चुनाच लड़ कर मां शूलिनी की कृपा से नगर परिषद, सोलन के अध्यक्ष का दायित्व सम्भाला। नगर परिषद के माध्यम से शहर को विकास की नई ऊंचाईयों पर ले जाने में सफलता हासिल की। इसी दौरान 1997 से 2000 तक भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष का कार्यभार भी सम्भाला।
सन् 2000 में सोलन में पहली बार भाजपा की टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीता। विधायक रहते हुए Chairman Pollution Control Board, H.P. के पद पर भी रहने का अवसर मिला। सन 2000 से 2003 तक सोलन विधान सभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए भाजपा सरकार के सहयोग से विकास की नई इबारत को लिखने में कामयाबी मिली। सोलन के किसान की पीठ पर से किलठा उतारने के लिए हर गांव को सड़क से जोड़ा व किसान की आमदनी बढ़ाने के लिए सब्जी मण्डी का निर्माण किया। सोलन को गिरी नदी का जल उपलब्ध करवाना, बस अड्डा, बड़ोग बाई पास, नए-नए शिक्षण संस्थान, नए चिकित्सालय, विद्यालय एवं रोजगार के हजारों अवसर उपलब्ध करवाने जैसे कार्य किए। सोलन में बेहतरीन Infrastructure का निर्माण किया।
सन् 2003 में पुनः सोलन विधानसभा क्षेत्र की जनता ने अपना आशीर्वाद देते हुए दूसरी बार हिमाचल प्रदेश की विधानसभा का सदस्य बनाया। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं बन पाई। ऐसे में लोकतान्त्रिक मूल्यों को स्थापित करते हुए संसदीय प्रणाली के माध्यम से जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाने का सफल प्रयास किया। छोटे मुद्दे से लेकर प्रत्येक मुद्दे पर विधानसभा व विधानसभा के बाहर जनता एवं सरकार दोनों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाई। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं प्रदेश उपाध्यक्ष के दायित्वों का निर्वहन करते हुए संगठन को मजबूत करने की दिशा में अहम पग उठाए।
सामाजिक समरसता पर विशेष रूप से कार्य किया। अनुसूचित वर्ग के कल्याण एवं समाज में उनकी सहभागिता के लिए निरन्तर कार्य किया।
दिसम्बर 2007 में पुनः सोलन विधानसभा की जनता ने तीसरी बार अपना आशीर्वाद दिया और विधानसभा सदस्य बनाया। भारतीय जनता पार्टी एवं प्रो0 प्रेम कुमार धूमल जी के सानिध्य में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व आयुर्वेद विभाग के मन्त्री का दायित्व सम्भाला। इस दायित्व का निर्वहन पूरी शक्ति लगाकर निष्ठापूर्वक किया। अनेक नई-नई उपलब्धियां हासिल की जिनका विवरण स्वास्थ्य, स्वास्थ्य शिक्षा एवं आयुर्वेद के स्थान पर अंकित है। इन्हीं वर्षों के दौरान सोलन विधानसभा क्षेत्र, सोलन जिला एवं सिरमौर जिला में विशेषतौर पर विकासात्मक एवं संगठनात्मक कार्यों को बेहतरीन तरीके से अन्जाम दिया। स्वास्थ्य मन्त्री रहते हुए हि0प्र0 को देश भर में बेहतरीन स्थान पर लाने में अहम् भूमिका निभाई।
स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद मन्त्री के रूप में किए गए बेमिसाल कार्य :
- इन्दिरा गांधी मैडिकल कालेज शिमला में एम0बी0बी0एस0 की सीटें 65 से 100 एवं टांडा मैडिकल कालेज कांगड़ा में 50 से 100 की गई।
- पहली बार सुपरस्पेशिलिटी की 8 सीटें आई0जी0एम0सी0 में शुरू की गई।
- प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में स्पेशलिस्ट डाक्टरों की कमी न हो, इसके लिए एम0डी0/एम0एस0 की सीटें 39 से बढ़ाकर 149 की गई।
- 1800 नर्सों की व 1000 पैरा मैडीकल कर्मचारियों की भर्ती की गई।
- वर्षों से लम्बित विभिन्न कर्मचारी वर्ग की 800 से अधिक पदोन्नतियां की गई।
- प्रदेश में दो नए मैडिकल कालेज बनाकर तैयार किए गए और 40 नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान खोले गए ताकि प्रदेश में 500 एम0बी0बी0एस0 चिकित्सक तैयार किए जा सके व ज्यादा से ज्यादा नर्सों को प्रशिक्षित किया जा सके।
- अटल स्वास्थ्य योजना-108 निःशुल्क एम्बुलैंस सेवा के माध्यम से लोगों के घरद्वार तक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई। ज्ञात रहे कि 25 दिसम्बर2010 को प्रारम्भ हुई यह 108 सेवा आज भी प्रदेश की जीवनदायिनी योजना के रूप में कार्य कर रही है।
- स्वास्थ्य बीमा योजना, मातृ सेवा योजना, मुस्कान योजना, पं0 दीनदयाल निःशुल्क औषध सेवा, बेटी है अनमोल, तम्बाकु मुक्त हिमाचल, एनिमिया मुक्त हिमाचल आदि महत्वाकांक्षी योजनाओं का सफलतापूर्वक संचालन किया।
- 600 नए आयुर्वेद चिकित्सकों की भर्ती की गई।
- आयुर्वेद मैडिकल कालेज पपरोला में 5 नई पी0जी0सीटें बढ़ाई गई व बी0 फार्मेसी आयुर्वेदिक कोलव व द्रव्यगुण में सैंटर आफ एक्सीलैंस संस्थान शुरू किया गया। 29 आयुर्वेद चिकित्सालयों में पंचकर्म चिकित्सा शुरू की गई।
इस प्रकार स्वास्थ्य विभाग में अनेक ऐतिहासिक व जनहितकारी कार्य किए जिसका लाभ हम सब प्रदेशवासियों को मिल रहा है।
वर्ष 2012 में सोलन विधान सभा क्षेत्र आरक्षित होने के कारण और जिला सिरमौर के लोगों के विशेष स्नेह और प्यार के कारण डॉ. राजीव बिन्दल ने नाहन विधान सभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। इस चुनाव में नाहन विधान सभा क्षेत्र के लोगों के अभूतपूर्व सहयोग और आशीर्वाद से शानदार जीत हासिल की और डॉ. राजीव बिन्दल लगातार चौथी बार भाजपा के विधायक के रूप में विधान सभा में पहुंचे।
वर्ष 2012 में नाहन विधान सभा क्षेत्र से भाजपा विधायक चुने जाने के बाद कांग्रेस सरकार और कांग्रेस के नेताओं ने हर कदम पर डॉ. राजीव बिन्दल के मार्ग में रोड़े अटकाए, किन्तु डॉ. राजीव बिन्दल ने हार नहीं मानी। उन्होंने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए दिन-रात एक कर दिया। उन्होंने नाहन विधान सभा क्षेत्र के लोगों की सड़क, पुल, स्वास्थ्य, पेयजल, सिंचाई, बिजली आदि विकास से सम्बन्धित मांगो को कांग्रेस सरकार से पूरा करवाने के लिए कड़ा संघर्ष किया। उन्होंने नाहन विधान सभा क्षेत्र की समस्याओं के प्रति जिला प्रशासन को सचेत करने के लिए नाहन के बड़ा चौक में 3 दिनों तक अनशन किया। उन्होंने क्षेत्र के लोगों के लिए कांग्रेस सरकार के नकारात्मक रवैये के खि़लाफ़ बड़े-बड़े आंदोलन किए और 25-25 किलोमीटर की पद यात्राएं कीं। नाहन विधान सभा क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद डॉ. राजीव बिन्दल ने यह सिद्ध कर दिया कि एक जनप्रतिनिधि कैसा होना चाहिए। उन्होंने क्षेत्र के लोगों के सुख-दुःख की घड़ी में उनके साथ खड़ा होकर साबित कर दिया कि क्षेत्र की जनता केवल वोट बैंक नहीं है बल्कि यह एक बड़ा कुटुम्ब है, जिसका मुखिया विधायक होता है।
जनता के सहयोग और आशीर्वाद के परिणामस्वरूप डॉ. राजीव बिन्दल वर्ष 2017 में लगातार पांचवीं बार और नाहन से लगातार दूसरी बार विधान सभा के लिए चुने गए। डॉ. राजीव बिन्दल के संगठनात्मक कौशल और अनुभव के कारण ही भाजपा ने कई बार उन्हें हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मु-कश्मीर और गुजरात चुनाव की महत्वपूर्ण बागडोर सौंपी, जहां उन्होंने पार्टी के लिए शानदार कार्य किया और भाजपा को जीत दिलाने में भूमिका निभाई। भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश कोषाध्यक्ष, प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश प्रवक्ता, प्रदेश के प्रमुख प्रवक्ता एवं प्रदेश महामंत्री का दायित्व उन्होंने बखूबी निभाया। अपने कुशल व्यवहार और संगठनात्मक कौशल का परिचय देते हुए डॉ. राजीव बिन्दल ने शिमला नगर निगम में चुनाव प्रभारी का कार्यभार सम्भालते हुए पार्टी को शानदार जीत दिलवाने में अहम् भूमिका निभाई थी और शिमला नगर निगम में पहली बार भाजपा का परचम लहराया। डॉ. राजीव बिन्दल सरकार और पार्टी स्तर पर विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर आगे बढ़ते हुए हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष जैसे अति महत्वपूर्ण और गरिमामय पद पर आसीन हुए।
विधानसभा अध्यक्ष के संवैधानिक पद पर रहते हुए गत् दो वर्षों में विधानसभा की बैठकों का संचालन बेहतरीन तरीके से करते हुए अपनी विद्वता व कार्यशैली का लोहा मनवाया। पक्ष व विपक्ष को अपना मत रखने का समान अवसर प्रदान किया। सदन के भीतर व बाहर सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने का भी पूर्ण प्रयास किया, जिसमें सफलता भी मिली। बिहार की राजधानी में राष्ट्रीय स्तर पर हुई राष्ट्र मण्डल संसदीय संगठन के सम्मेलन में भाग लिया। हि0प्र0 विधानसभा का अध्यक्ष रहते हुए राष्ट्र मण्डल संसदीय संगठन नार्थ जोन, का सफल आयोजन शिमला (हि0प्र0) में किया जिसमें सात राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य व अन्य अधिकारियों ने भाग लिया और लोक सभा की माननीय अध्यक्षा इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुईं व महासचिव लोकसभा, सचिव संसदीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार, संयुक्त सचिव संसदीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार, सात राज्यों के विधान सभा सचिवों ने भाग लिया। इसके अलावा सितम्बर-2019 में अफ्रिका के युगांडा में राष्ट्र मण्डल संसदीय संगठन के महासम्मेलन में भाग लेते हुए देश का प्रतिनिधत्व भी किया। विधान सभा अध्यक्ष के तौर पर देश की बात अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर रखने के लिए लोकसभा अध्यक्ष द्वारा भी डॉ. राजीव बिन्दल की प्रशंसा की गई।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का e-Vidhan मॉडल आज पूरे भारत में चर्चा का विषय बना है जिसमें कागज रहित प्रणाली को बढ़ावा दिया गया है। श्री बृज बिहारी लाल बुटेल, पूर्व माननीय विधानसभा अध्यक्ष द्वारा e-Vidhan को प्रारम्भ किया गया था जिसे डॉ0 राजीव बिन्दल द्वारा राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का कार्य किया गया।
हिमाचल के e-Vidhan मॉडल को देश की 40 विधानसभाओं में लागू करवाने का आदेश केन्द्र सरकार द्वारा पारित किया गया। लोक सभा की माननीय पूर्व अध्यक्षा व वर्तमान में लोक सभा के माननीय अध्यक्ष व कई प्रदेशों की विधानसभाओं को e-Vidhan की समस्त जानकारियां देते हुये हिमाचल के e-Vidhan मॉडल को ही पूरे देश में लागू किया जाए, यह इस अवधि के दौरान ही सुनिश्चित किया गया।
e-Vidhan मॉडल को आगे बढ़ाते हुए e-Constituency Management नाम की नई एप शुरू की गई जिससे विधानसभाओं के अन्दर समस्त विकास कार्यों व समस्त पत्राचारों के ऊपर पूरी नजर रखी जा सके ताकि हमारे विधायक सशक्त विधायक के रूप में आगे बढ़ सकें। हम यहीं नहीं रुके बल्कि e-Committee को पूरी तरह से लागू किया। विधानसभा की कमेटियों के वर्ष 2012 से लेकर 2019 तक के समस्त डाटा को डिजिटल रूप में अपलोड किया और अब कमेटियों का संचालन बेहतरीन तरीके से सम्भव हो पाया है।
शिमला नगर निगम के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को e-Vidhan मॉडल को कार्यान्वित करने की दिशा में प्रशिक्षण देने का कार्य शुरू किया जो भविष्य में देश के सभी नगर निगमों में लागू किया जा सकेगा।
गत 2 वर्षाे में हिमाचल प्रदेश विधानसभा में अनेक प्रकार के सुधार किये गये। बाहर से आने वाले आगुन्तकों के बैठने के लिए विधानसभा में किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं रहती थी। आज 300 से अधिक लोगों के बैठने का समुचित स्थान उपलब्ध है। इसी प्रकार भोजनालय, भोजन व्यवस्था, कैन्टीन, विधानसभा का परिसर, विधानसभा के भवनों के रख-रखाव में आशातीत सुधार किया गया।
लाईब्रेरी किसी भी विधानसभा की आत्मा के रूप में रहती है, लाईब्रेरी का डिजिटलाइजेशन शुरू किया गया। माननीय विधायकों को सम्बन्धित विषय पर जानकारी देने के लिए एक सैल का गठन किया गया जो 24 घण्टे के अन्दर माननीय विधायकों को वांछित जानकारी दे सके।
डॉक्टर यशवन्त ंिसंह परमार द्वारा विधान सभा में दिए गए भाषणों का संकल्न किया उन्हें डिजिटलाइज किया गया व सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के भाषणों (विधानसभा में दिए गए) का संकलन करने का निर्णय किया गया।
भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर से महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए डॉक्टर राजीव बिन्दल को विधान सभा अध्यक्ष पद छोडकर भाजपा हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष पद पर कार्य करने का निर्णय लिया। 16 जनवरी 2019 को डॉक्टर बिन्दल ने विधानसभा अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देकर 17 जनवरी 2019 को हि0प्र0 भाजपा के अध्यक्ष पद का दायित्व सम्भ्ंााला। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनते ही तीव्र सक्रियता का दौर शुरू हुआ प्रदेश, भर में प्रवास, बैठकें और आगामि तीन वर्षों में भाजपा संगठन क्या-क्या कार्य करेगा इसकी सम्पूर्ण रूप रेखा बनाई गई। भाजपा की प्रदेश कार्य समिति को यादगार बनाने की तैयारी शुरू की गई श्री पांवटा साहिब में 13-14-15 मार्च 2019 की कार्य समिति इतिहास बन गई। व्यवस्थाओं के मामले में, कार्यक्रमों के मामले में, संकल्प एवं भावी योजनाओं के मामलें मे अनूठी एवं अविस्मरणीय कार्य समिति का आयोजन डॉक्टर बिन्दल की अध्यक्षता में पांवटा साहिब में सम्पन्न हुआ।
मार्च 2019 से कोरोना के फैलने की गति देश भर में तेज हो गई। सब तरफ बंदी का काल शुरू हुआ। भाजपा ने राष्ट्रीय स्तर से निर्णय लिया की भाजपा का कार्यकर्ता कोविड वारियर के रूप में कार्य करेगा। सैनेटाइजर, मास्क वितरित करेगा, जागरूकता फैलाएगा।
भाजपा हिमाचल प्रदेश ने आन लाइन कार्य शुरू कर दिया। प्रतिदिन प्रदेश स्तरीय जिला स्तरीय व मण्डल स्तरीय आन लाइन बैठकें शुरू हो गई इस कार्य ने बहुत तेजी पकडी व बूथ स्तर तक आन लाइन बैठकें शुरू हो गई।
प्रदेश भाजपा ने डॉक्टर बिन्दल की अध्यक्षता में निर्णय लिया कि भाजपा महिला मोर्चा के तत्वधान में मास्क बनाने एवं वितरित करने का कार्य किया जाएगा, परिणामता 70 लाख से अधिक मास्क बनाकर बांटे गए पूरी पार्टी ने इस कार्य में सहयोग किया।
गरीब लोगों में भोजन व राशन पैकेट बांटने का काम तेज गति से किया गया। 1 लाख से अधिक राशन पैकेट जिसमें 15 दिन का पूरे परिवार का राशन प्रति माह बांटने शुरू किए गए। लंगर लगाए गए गांव के गांव सैनेटाइज करने का काम सैनेटाइजर वितरित करने का काम किया गया। पार्टी जीवन्त होकर समाज सेवा में जुट गई।
मई के अन्त में एक ऐसी घटना हुई जिसका डॉक्टर बिन्दल के साथ कोई सम्बन्ध नहीं था परन्तु मीडिया में डॉक्टर बिन्दल की और उंगली उठने पर डॉक्टर बिन्दल ने अध्यक्ष पद से त्याग पत्र दिया और उच्च मूल्यों की स्थापना हेतू तब तक पद न लेने की घोषणा की जब तक क्लीन चिट न मिल जाए। 3 महीने में दूध का दूध पानी का पानी हो गया। डॉक्टर बिन्दल इस घटना में पाक साफ होकर निकले। अग्नि परीक्षा में पास हुए परन्तु अगले तीन वर्ष कोई पद नहीं लिया यह तीन वर्ष डॉक्टर बिन्दल के जीवन में और नाहन विधान सभा क्षेत्र के जीवन में अतिविशिष्ठ रहे।
2017 से लेकर 2022 तक 5 वर्षों का, विधायक के नाते नाहन विधान सभा का कार्यकाल अविस्मरणीय रहेगा।
विकास की इन्तहा, इलाके में जीता जागता परिवर्तन, बदलाव की ब्यार, शब्दों की कमी हो जाएगी परन्तु जो कुछ पांच वर्षों में इलाके की जनता के लिए किया गया वह लाजवाब है ‘‘न भूतों न भविष्यति’’ न पूर्व में कभी ऐसा विकास हुआ न भविष्य में कभी ऐसा विकास होगा।
इलाके का दिशा र्निधारण हुआ। विधायक कैसा होना चाहिए इसका उदाहरण बना। अपने इलाके के लिए कैसे सरकार से काम कराया जाता है उसका जीता जागता सबूत बना।
जनता का प्रतिनिधि जनता के बीच मे कैसे रहता है जनता को कैसे सुनता है, उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कैसे उत्साहित रहता है।
अधिकारियों, कर्मचारियों से जनहित को कैसे संभाल कर रखता है। उनसे कैसे कार्य करवाता है, कामों को कैसे फोलो-अप करता है। इन सब चीजों का उदाहरण बना विधायक डॉक्टर बिन्दल, परिणाम स्वरूप इलाके में नाहन विधानसभा क्षेत्र में 2500 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के शुरू कराने में कामयाबी मिली।
सामूहिक काम कैसे किए जाए इस पर विशेष तवजो दी गई।
विकास का प्रयाय बना नाहन विधानसभा क्षेत्र
सडकों का निर्माण, सडकों में सुधार, पुलों का निर्माण, स्कूल भवनों का निर्माण, अस्पताल व पी.एच.सी. भवनों का निर्माण, सामुदायिक भवनों व आलीशान सरकारी भवनों का निर्माण, पार्क बनाना, पर्किंग बनाना, पीने का पानी देना, सिंचाई व्यवस्था में सुधार करना यह क्रान्तिकारी कदम उठाए गए। नए संस्थानों का खोलना, सब तहसील, पटवार सर्कल बनाना।
नई पी.एच.सी. खोलना, नए विद्यालय खोलना, विद्यालयों को अपग्रेड करना। नई आई.टी.आई. खोलना उनके व कालेजों के भवन बनाना यह नए-नए कीर्तीमान स्थापित हुए। 100 बिस्तरों का ई.एस.आई अस्पताल बनाना 500 बिस्तरों का मैडिकल कालेज अस्पताल बनाना उसमें सी.टी.स्कैन, अल्टरा साउंड, Diagnostics की मशीनें लगाना, आपरेशन थियेटर, बनाना, उन्हें दिन-रात चलवाना, 3-3 आक्सीजन प्लांट लगाना। डॉक्टरों की पोस्टिंग कराना जैसे आलीशान काम डॉक्टर बिन्दल द्वारा कराए गए। नाहन शहर जो 402 साल पुराना है का काया कल्प करना, पानी के लिए तरसते हुए नाहन वासियों को 24 घण्टा बारह महीने पीने का स्वच्छ पानी देना किसी करिश्में से कम नहीं है।
वाटर Conservation पर काम करना अनेक डैमों की स्वीकृति कराना उनका काम शुरू करना व करोडोें रुपये के कार्यों की स्वीकृति करा कर शुरू करने तक ले आना ही दूरदष्टि है जो भविष्य के नाहन को बनाएगी।
नाहन में महत्वपूर्ण स्थलों को विकसित करना व माता बाला सुन्दरी तीर्थ स्थल का विकास उसका बदलता हुआ स्वरूप डॉक्टर बिन्दल की कार्यशैली को दर्शाता है। दूधाधारी माता माता त्रिभोणी को 3-3 जगह से सडक से जोडना मंत्रा माता (जो कि सरस्वति नदी का उदगम स्थल माना जाता है) को विकसित करना।
पौडीवाला शिव मन्दिर, नौणी का बाग स्थित नर सिंह मन्दिर एवं परशुराम भगवान का मियां मन्दिर इनके सुधार का काम शुरू करना। इलाके को नई पहचान देने का प्रयास है।
नाहन की 18 ऐतिहासिक धरोहरों को चिंहित करते हुए उन पर प्लेटस लगाना उनका सुधार करना।
पार्किंग की व्यवस्थाओं में अमूल चूल परिवर्तन करना।
महाराणा प्रताप, झांसी की रानी, डाक्टर भीमराव अम्बेडकर व स्वामी विवेकानन्द जी की मूर्तियों की स्थापना करते हुए भारत के इतिहास को नई पीढी के सामने रखना जैसे महत्वपूर्ण योगदान दिए। डॉक्टर बिन्दल ने धारटी क्षेत्र में व पूरे इलाके में सडकों का निर्माण 52 से अधिक पुलों का निर्माण करके आवागमन में क्रान्ति लाई।
इंडियन इंस्टिटूट आफ मैनेजमेंट धौलाकुंआ के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 400 करोड़ रुपये की लागत से आलीशान संस्थान का निर्माण किया जा रहा है जो इलाके का भाग्योदय करेगा।
2022 के अन्त में नाहन विधान सभा क्षेत्र का चुनाव आया 12 नवम्बर 2022 को पालिंग हुई व 8 दिसम्बर 2022 को परिणाम् आया, इलाके में वातावरण डॉक्टर राजीव बिन्दल के पक्ष में होते हुए भी चुनाव में हार का सामना करना पडा। 1600 मतों से डाक्टर बिन्दल चुनाव हार गए।
नाहन विधान सभा क्षेत्र विकास की बुलंदियों पर पहुंचा जिनके कारण विकास हुआ वह चुनाव हार गए यह यक्षप्रश्न नाहन विधान सभा क्षेत्र की जनता में हि0प्र0 की जनता में सदा के लिए खडा हो गया।
अविजित जिन्हे माना गया, 6 चुनाव लडे सभी जीते, सातवां चुनाव हार जाना बडी विडंबना के रूप में सामने आया।
‘‘होए वही जो राम रचि राखा’’
हार का अध्ययन करके आगे बढने का क्रम शुरू किया सन 2023 में।