महान विचारक एवं देश के युवाओं के आर्दश स्वामी विवेकानन्द जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन।
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वरिष्ठ कार्यकर्त्ता सम्मेलन, विधानसभा क्षेत्र कसुम्पति
भाजपा की केंद्र सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होने पर फागू विधानसभा क्षेत्र कसुम्पति में वरिष्ठ कार्यकर्त्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमे मुख्यतिथि के रूप में जाने का अवसर मिला। इस अवसर पर भाजपा के पूर्व सरकार में मंत्री रहे श्री सुरेश भारद्वाज जी, रूप दास कश्यप जी एवं भाजपा मंडल कसुम्पति के अन्य…

शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा जी के बलिदान दिवस पर शत् शत् नमन…!!
जब भी कारगिल युद्ध की बात की जाती है तब-तब सेना के एक ऐसे जांबाज का नाम लिया जाता है जिन्होंने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों की धज्जियां उड़ा दी थीं। सेना के इस जांबाज सैनिक का नाम कैप्टन विक्रम बत्रा है। जिन्हें उनके दोस्त और आज जनता आज भी ‘शेरशाह’ के नाम से जानती है।…

देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले जलियांवाला बाग के अमर शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि
13 अप्रैल 1919 त्याग और बलिदान की परिकाष्ठा का मंज्जर जलियांवाला बाग अमृतसर में एकत्र थे हजारों देश भक्त पुरूष, महिला, बालक-बालिकाएं। वैशाखी का महान पर्व था, सभी भारतीय निहत्थे थे, शान्ति पूर्वक थे, जलियांवाला बाग को चारों और से अंग्रेज सेना ने घेर लिया, सारे दरवाजे बंद कर दिए गए, बन्दूको के मूंह आम…

हमारे प्रयासों से पूर्व भाजपा सरकार के समय में शुरू किया गया कार्य
हमारे प्रयासों से पूर्व भाजपा सरकार के समय में शुरू किया गया नाहन नगर परिषद का नवीन भवन और दो मंजिला पार्किंग का अब अपने अंतिम चरण में है…… जल्द ही आने वाले समय में नगर वासियों को पार्किंग की और नगर परिषद के नवीन कार्यालय की सुविधा मिलेगी।

शिमला में भाजपा की एक दिवसीय कार्यसमिति बैठक
शिमला में भाजपा की एक दिवसीय कार्यसमिति बैठक पीटीहॉफ में प्रारंभ हुई। बैठक में केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर, प्रदेश प्रभारी श्री अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी श्री संजय टंडन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हरियाणा श्री सुभाष बराला, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री सुरेश कश्यप, महामंत्री सर्वश्री राकेश जम्वाल,…

भारत रत्न बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर
जन्म 14 अप्रैल 1891 मृत्यु 6 दिसंबर 1956 भारत रत्न डाॅ. भीमराव रामाजी आंबेडकर, जो स्नेह से बाबासाहेब कहे जाते हैं, निश्चित ही भारत के सर्वाधिक यशस्वी सपूतों में से एक हैं। वे भारत के सामाजिक, राजनीतिक मंच पर 1920 के दशक के प्रारंभ में प्रकट हुए और ब्रिटिश राज के अंत तक भारत के…